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वो पथिक क्या पथिक कुशलता क्या; यदि धाराएँ प्रतिकूल ना हो...!!!

UPPCS MAINS PAPER GS-IV ETHICS (2018)

UPPCS MAINS PAPER GS-IV (ETHICS/नीतिशास्त्र) PREVIOUS YEAR QUESTIONS 2018

The UPPSC Mains Exam comprises eight papers. The marks secured in the UPPSC Main exam are the deciding factor in the final selection. There are six General Studies Paper in the mains selection process.

UPPCS MAINS PAPER GS-IV ETHICS PREVIOUS YEAR QUESTIONS 2018

UPPCS MAINS PAPER GS-IV (2018)

125 WORDS (08 MARKS)

1. मूल्य क्या हैं ? इनके केन्द्रीय तत्त्वों पर प्रकाश डालिए।

What are the values? Throw light over their central elements

2. सरकारी एवं निजी संस्थाओं में नैतिक सरोकारों को परिभाषित कीजिये।

Define the ethical concerns in Government and Private Institutions.

3. प्रशासन में सत्यनिष्ठा का दार्शनिक आधार क्या है ? आलोचनात्मक विवेचना कीजिये। 

What is the philosophical basis of probity in the governance? Discuss critically.

4. गाँधी के नैतिक एवं सामाजिक विचारों का परीक्षण कीजिये।

Examine the ethical and social ideas of Gandhi.

5. सिविल सेवा के संदर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिकता का मूल्यांकन कीजिये।

(अ) अंतरात्मा (ब) सेवा भाव (स) अनुशासन

Evaluate the relevance of the following in the context of civil service:

(a) Conscience (b) Spirit of service (c) Discipline.

6. "लोक सेवा की पहचान समाज के कमजोर वर्गों के प्रति सहिष्णुता एवं करुणा पर आधारित होती है।" इस संदर्भ में सहिष्णुता एवं करुणा के मूल्यों की व्याख्या कीजिये।

"Public service is recognised on the basis of tolerance and compassion towards the weaker section of the society." Explain the values of tolerance and compassion in this context.

7. अभिवृत्ति के प्रकार्यों की विवेचना कीजिये।

Discuss the functions of the attitude.

8. निम्नलिखित में विभेद कीजिये
(अ) अभि वृत्ति एवं मूल्य।  (ब) अभि वृत्ति एवं मत।

Differentiate between the following:
 (a) Attitude and value.  (b) Attitude and opinion.

9. " प्रभावी प्रशासन के लिये लोक सेवा के प्रति समर्पण आवश्यक होता है।" व्याख्या कीजिये।

"Effective administration requires dedication towards Public Service." Explain.

10. अभी हाल ही में आपने एक सरकारी संगठन के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार ग्रहण किया है। अपने कार्यालय में पहले ही दिन आप पाते हैं कि संगठन में कई अनियमिततायें विद्यमान हैं, जैसे :

(i) स्टाफ समय का पाबंद नहीं है।
(ii) स्टाफ व्यर्थ बातचीत में अपना समय नष्ट करता है।
(iii) जन शिकायतों पर कोई त्वरित कार्रवाई नहीं होती हैं।
(iv) संगठन में सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार व्याप्त है।
(v) संगठन द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता निम्न स्तर की है। आप अपने स्टाफ को किस प्रकार से प्रेरित करेंगे जिससे संगठन की उपर्युक्त कमियों का निदान हो जाय ? 
विवेचना कीजिये।

Recently you have taken charge as the head of a government organisation. On the very first day in your office, you observe that the organisation is crippled with man irregularities such as: with many irr :

(I) The staff is not punctual.
(ii) The staff waste their time in unnecessary talks.
(iii) Speedy action is not taken on public grievances.
(iv) There is rampant corruption at every level in the organisation.
(v) The quality of the services provided by the organisation is very poor
(V)How would you inspire your staff so that the above deficiencies of the organisation get removed ? 
Discuss.

200 WORDS (12 MARKS)

11. नीति शास्त्र एवं नैतिकता में विभेद कीजिये तथा नीतिशास्त्रीय कार्यों के निर्धारक तत्त्वों की व्याख्या कीजिये।

Differentiate between ethics and morality and explain the determinants of ethical actions.

12. “काण्ट का नीतिशास्त्र आकारवादी एवं कठोरतावादी है।" इस मत का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये तथा नैतिक जीवन में काण्ट के नैतिक सिद्धान्त के महत्त्व का मूल्यांकन कीजिये। 

"Kant's ethics is formalist and rigorist." Critically examine this view and evaluate the importance of Kantian ethical principles in moral life.

13. लोक सेवकों द्वारा सामना की जाने वाली नैतिक दुविधाओं की व्याख्या कीजिए। क्या अंतरात्मा उनके समाधान में सहायक होगी ? विवेचना कीजिये।

Explain the ethical dilemmas faced by the public servants. Will conscience be helpful in their solution ? Discuss.

14. भ्रष्टाचार की चुनौतियाँ क्या हैं ? समाज में उन्हें रोकने के लिए आपके अनुसार क्या कदम उठाने चाहिये ? व्याख्या कीजिये।

What are the challenges of corruption? What steps should be taken according to you to prevent them from the society ? Explain.

15. प्रकरण:

निशांत सामाजिक रूप से संवेदनशील, समाजवादी विचार के बुद्धिजीवी एवं प्रोफेसर हैं। वे अपने लेखों, भाषणों और मीडिया के माध्यम से मजदूरों, अल्पसंख्यकों, दलितों, महिलाओं एवं जनजातियों के स्वर को मुखरित करते हैं । एक पार्टी भी उन्हें अपने थिंक टैंक में रखे हुये है। इसी क्रम में वे आह्वान करते है कि सम्म्राटजनों, प्रबुद्धों, राजनीतिज्ञों एवं अधिकारियों को अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिलाना चाहिये। प्रवेश के महीनों में अभिजात्य स्कूलों के मापदण्डों पर बहस होती है और उसकी शिक्षा के हित में आलोचना भी होती है, जिसमें निशांत भी सम्मिलित रहते हैं; किन्तु पता चलता है कि वे स्वयं अपने बच्चे को एक अभिजात्य स्कूल में प्रवेश दिलाने हेतु प्रयासरत हैं। अतः उनके इस कृत्य की आलोचना भी होती है। कहा जाता है कि वे 'करते कुछ है और कहते कुछ है।

अतः प्रश्न हैं:

1) क्या निशांत को भी अपने बच्चे को सरकारी स्कूल में प्रवेश दिला देना चाहिये ?
2) क्या निशांत को बौद्धिक विमर्श त्याग देना चाहिये ?
3) क्या उन्हें अपने पार्टी के लोगों को अपने समर्थन में खड़ा करना चाहिये ?
4) या अपने बच्चे का प्रवेश अभिजात्य स्कूल में करा देना चाहिये। विवेचना कीजिये।

Case:

Nishant is a socially sensitive, socialist, intellectual and professor. Through his articles, speeches and media, he raises the voices of labourers, minorities, downtroddens, women and tribals. A party keeps him in its think tank. In this sequence once he calls the members of civil society, intellectuals, politicians and officers to get their children admitted in the government schools. In the season of admissions, the elite schools are highly criticised for their criteria and its impact on education and Nishant also joins in these criticism; meanwhile it comes out that Nishant himself is trying to get his child admitted in an elite school. People condemn this attitude of Nishant and say that his 'action and words are mismatched".

Question therefore is:

1) Should Nishant get his child admitted in the government school?
2) Should Nishant leave his intellectual discourses ?
3) Should he call his party followers in his favour ?
4) Or should he try to get the admission of his child in the elite school? Discuss.

16. जनसमूह की अभिवृत्ति परिवर्तन में विश्वा सोत्पादक संवाद के महत्त्व की विवेचना कीजिये।

Explain the importance of persuasive communication to change the attitudes of the masses.

17. "भावनात्मक बुद्धितत्त्वतः एक सैद्धान्तिक सम्प्रत्यय नहीं है, किन्तु बहुआयामी सामाजिक कौशल है।” इस कथन के परिप्रेक्ष्य में भावनात्मक बुद्धि की अवधारणा तथा आयामों की व्याख्या कीजिये।

"In essence emotional intelligence is not a theoretical concept but a multidimensional social skill." Explain the concept and dimensions of emotional intelligence in the context of the statement.

18. सिविल सेवा के सन्दर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिकता की विवेचना एवं मूल्यांकन कीजिये :

(अ) सत्यनिष्ठा

(ब) निष्पक्षता

(स) वस्तुनिष्ठता

(द) गैर-तरफदारी ।

Discuss and evaluate the relevance of the following in the context of the civil service :

(A) Integrity

(B) Impartiality

(C) Objectivity

(D) Non-partisanship.

19. "अभिवृत्तियाँ हमारे अनुभवों का परिणाम हैं।" इस कथन के सन्दर्भ में अभिवृत्ति निर्माण हेतु उत्तरदायी कारकों की व्याख्या एवं मूल्यांकन कीजिये।

Attitudes are the result of our experiences." Explain and evaluate the factors responsible for attitude formation in the context of this statement.

20. एक जन सूचना अधिकारी को 'सूचना का अधिकार अधिनियम' के अन्तर्गत एक आवेदन मिलता है। वांछित सूचना एकत्र करने के बाद उसे पता चलता है कि वह सूचना स्वयं उसी के द्वारा लिये गये कुछ निर्णयों से सम्बन्धित है, जो पूर्ण रूप से सही नहीं थे। इन निर्णयों में अन्य कर्मचारी भी सहभागी थे। सूचना प्रकट होने पर स्वयं उसके तथा अन्य सहयोगियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है, जिसमें दण्ड भी सम्भावित है। सूचना प्रकट न करने पर या आंशिक सूचना उपलब्ध कराने पर कम दण्ड या दण्ड मुक्ति भी मिल सकती है। जन सूचना अधिकारी एक ईमानदार एवं कर्त्तव्यनिष्ठ व्यक्ति हैं, परन्तु जिस विशिष्ट निर्णय, जिसके सम्बन्ध में आर.टी .आई. में आवेदन किया गया है, वह गलत निर्णय है। वह अधिकारी आपके पास सलाह के लिए आता है। ऐसी स्थिति में आप उसे क्या सलाह देंगे ?
तर्कपूर्ण ढंग से व्याख्या कीजिये।

A Public Information Officer has received an application under 'Right To Information (RTI) Act. After gathering the required information, he finds that the informations pertain to some of the decisions taken by him, which were not totally correct. Some other employees were also a party to these decisions. Disclosure of the informations may lead towards disciplinary action against him and his other colleagues including probable punishment. Non-disclosure of information or partial disclosure of information may result to less or no punishment. The Public Information Officer is an honest and conscientious person but the particular decision regarding which an application under the RTI Act was lodged was a wrong decision. The officer comes to you for your advice under the above conditions what will be your advice to the officer? 
Explain logically.


Previous Year Papers ( UTTAR PRADESH )

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